Hindi Tech Blog

टेक टिप्स लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
टेक टिप्स लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

23 अक्तूबर 2018

गूगल मैप्स की ये ट्रिक आप जरुर आजमाना चाहेंगे।

Learn how to use Google map properly.
how to use Google map

नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका अपना-अंतर्जाल पे। दोस्तों आज के समय गूगल मैप्स (Google Map) का नाम सभी ने सुना है , और लगभग इस्तेमाल भी करते होंगे अलग-अलग काम के लिए। अपनी शुरुआत से लेकर अब तक गूगल मैप कई बदलावों से गुजरा है। इस दौरान इसके एप में समय-समय पर सैटेलाईट इमेजरी , इन्ट्रेस्ट के हजारों पॉइंट्स , स्ट्रीट व्यू, टर्न बाय टर्न नैविगेशन, ट्रैफिक कंडिशन, पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन जैसे कई फीचर्स जोड़े गए। आज 1 बिलियन से भी ज्यादा एक्टिव यूजर के साथ यह दुनिया का सबसे लोकप्रिय नैविगेशन सॉफ्टवेयर बन चूका है। अगर आप भी गूगल मैप्स का इस्तेमाल करते हैं तो इसके फीचर्स के बारे में जानकर आप अपने नैविगेशन को और भी बेहतर बना सकते हैं।

* घर और ऑफिस का पता (address) सेव करें : गूगल मैप्स में उपर बाएं कोने में मेन्यु बटन पर क्लिक करके योर प्लेसेज पर टैप करेंगे तो होम और वर्क की एंट्रीज नजर आएगी। अब आपको इन जगहों पर जाने के लिए नैविगेट करने के लिए बार-बार एड्रेस डालने की जरूरत नहीं होगी। आप रेस्टोरेंट नियर वर्क जैसी सर्च इंटर करके गूगल के सजेशन की लिस्ट प्राप्त कर सकते हैं।

* बस और ट्रेन का समय चेक करें : सर्च बार में अपनी लोकेशन इंटर करें फिर डायरेक्शन और उसके बाद टॉप पर बने ट्रेन के आइकॉन को टैप करें। यहाँ आपको करंट टाइम पर आधारित ट्रेनों की लिस्ट दिखाई देगी। अगर आप इसके बाद वाली ट्रेन या आख़री ट्रेन का समय देखना चाहते हैं तो डिपार्ट के ऑप्शन पर टैप करें और समय वहां इंटर करें या लास्ट पर टैप करके लेटेस्ट ऑप्शन की जानकारी प्राप्त करें।

* अलग-अलग लोकेशन मैप : अगर आपको एक के बाद एक कई लोकेशन पर जाना है तो गूगल मैप की मदद से आप एक ऐसा रुट तैयार कर सकते हैं, जो अलग-अलग लोकेशन से होकर गुजरता हो। इसके लिए आप अपनी पहली लोकेशन के लिए डायरेक्शन को सेट करें और फिर दायें और टॉप पर बने तीन डॉट्स पर क्लिक करें और एड स्टॉप को चुनें। आप जितने चाहें स्टॉप चुनें और फिर फिनिस्ड पर टैप कर दें। अब गूगल आपको हर लोकेशन के लिए गाइड करेगा।

* मैप्स को ऑफलाइन कैसे देखें : ऑफलाइन रहकर आप टर्न बाय टर्न या लोकेशन सर्च तो नही सर्च कर सकते हैं, लेकिन थोड़ी प्लानिंग के साथ मैप्स को डाउनलोड करके उन्हें ऑफलाइन देख सकते हैं। यानी आपको मुंबई जाना है तो आप मैप में मुंबई सर्च करें और बौटम में बनी बार में मुंबई में टैप करेंगे तो आपको डाउनलोड का बटन दिखेगा। अब चूँकि मुंबई बहुत बड़ा शहर है तो आपको एक एरिया चुनने के लिए कहा जायेगा। इसके बाद आप वो एरिया चुनकर मैप को नाम देकर सेव कर सकते हैं। ये सेव्ड मैप्स आपको मन्यु में मिलेंगे और 30 दिन बाद एक्सपायर हो जाएँगे।

* कार का पार्किंग एरिया याद रखने के लिए गूगल मैप पर बने ब्लू डॉट पर टैप करें। यहाँ मेन्यु में सेट एज पार्किंग लोकेशन सिलेक्ट करें। वापस लौटते समय यह आपको कार तक पहुँचा देगा।

अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और फेसबुक पर ताजा अपडेट पाने के लिए ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज लाइक करें, धन्यवाद।

01 अक्तूबर 2018

फेसबुक और इन्स्टाग्राम को सीमित समय तक इस्तेमाल करने का तरीका

How to use Facebook and Instagram for limited time

नमस्कार मित्रों,स्वागत है एक बार फिर अपना अंतर्जाल पे, आज मैं आपको बताऊंगा फेसबुक और इन्स्टाग्राम को सिमित समय तक इस्तेमाल करने का तरीका। पिछले दिनों फेसबुक और इन्स्टाग्राम ने यूजर्स की जरूरत देखते हुए, अपने एप में टाइम मेनेजमेंट के लिए एक नया फीचर एड किया था। इस फीचर के जरिये यूजर को अपने एक्टिव होने के समय का नोटिफिकेशन के जरिये अपडेट मिलता है। इस नए फीचर से फेसबूक और इन्स्टाग्राम को इस्तेमाल करने की समय सीमा निर्धारित की जाती है। इस फीचर से आप 15 मिनट से लेकर 8 घंटे तक की समय सीमा सेट कर सकते हैं, इसके बाद आपके तय समय के पूरा होते ही स्क्रीन पे नोटिफिकेशन दिखने लगता है। यह फीचर उन यूजर्स के लिए बहुत ही काम का है जो लम्बे समय से सोशल मिडिया पर एक्टिव रहने की आदत से लाचार है। क्योंकि उनके लिए ये इस्तेमाल के समय निर्धारित करने में सहायक है। 

फेसबुक के इस्तेमाल का निर्धरित समय सेट करने के लिए, आप सबसे पहले फेसबुक सेटिंग में जाएँ, फिर योर टाइम ऑन फेसबुक के ऑप्शन पे क्लिक करें। अब एक टाइम ग्राफ आपको दिखेगा। इस से आप रोजाना खर्च होने वाले समय को तय कर सकते हैं। अपने जो समय तय किया है वो पूरा होते ही आपको अलर्ट मेसेज मिलने लगता है। 

इन्स्टाग्राम में समय सीमा निर्धारीत करने के लिए इन्स्टाग्राम सेटिंग पेज पे जाएँ और योर एक्टीविटी पर टैप करें, इसके बाद फेसबुक की तरह ही एक ग्राफ नजर आएगा जो आपके खर्च हो चुके समय के बारे में बताएगा। फेसबुक की तरह रिमाइन्डर भी सेट कर सकते हैं। 
तो दोस्तों ये ऑप्शन आपका समय बचाने में सहायक है, इसका इस्तेमाल जरुर करें। वैसे भी सोशल मिडिया पर ज्यादा एक्टिव रहना आदमी को मानसिक रोगी बना देता है।

अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और फेसबुक पर ताजा अपडेट पाने के लिए ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज लाइक करें, धन्यवाद।

22 सितंबर 2018

नया माउस खरीदने से पहले ये बातें जान लें।


नमस्कार दोस्तों, हम मे से कोई भी जब सिस्टम अपग्रेड की बात सोचते हैं तो माउस के बारे में ज्यादा ध्यान नहीं देते। ज्यादातर यूज़र तो ये समझते हैं की सभी माउस एक जैसे ही होते हैं। लेकिन हकीकत में ये एकदम अलग है। माउस सबसे ज्यादा इतेमाल किये जाने वाला हार्डवेयर है, इसलिए जब भी नया खरीदने की सोचें तो तो ध्यान रखें की अच्छा माउस आपके काम और गेमिंग को ना केवल बेहतर बनाएं बल्कि आपकी कलाई और अँगुलियों के लिए भी आरामदायक हो।

नया माउस लेने से पहले इसके प्रकार, फीचर्स और इस्तेमाल से जुडी पूरी जानकारी आपको सही माउस लेने में मदद करेगी।

1. साइज़ - माउस अधिकतर 2 साइज़ में उपलब्ध होते हैं। फुल और ट्रैवल साइज़। ट्रैवल माउस उनके लिए सबसे सुविधाजनक होता है जिनकी हथेली छोटी होती है, इसे आप ट्रैवल में काम में लो या घर पे, वहीं दुसरी और ट्रैवल करने वालों के लिए फुल साइज़ माउस बेहतर होगा क्योंकि खराब फिटिंग वाला माउस आपको काम करते समय परेशनी में डाल सकता है।

2. वायरलेस या वायर्ड माउस - अगर आप वायर की समस्या से दूर रहना चाहते हैं तो आपके लिए वायरलेस माउस बेहतर विकल्प होगा। बस इसमें बैटरी खत्म होने की समस्या बनी रहती है। कुछ वायरलेस माउस ऑन-ऑफ़ बटन के साथ आते हैं तो कुछ चार्जिंग डॉक के साथ। इसके लिए काम पूरा होने पे इसे ऑफ या चार्जिंग डॉक में रखने की आदत डालनी पड़ेगी। अक्सर ट्रैवल करने वालों के लिए वायरलेस माउस उपयोगी है, वायर्ड माउस में आप स्क्रीन से उतना दूर ही रह सकते है जितनी इसकी वायर होती है। इसलिए आपके सुविधानुसार इनमे से चुने।
वायरलेस माउस का एक उदाहरण 


3. लेजर या ऑप्टिकल माउस - माउस हमेशा 'डॉट्स पर इंच' (DPI) के हिसाब से ट्रेकिंग करता है। ऑप्टिकल माउस 400 से 800 डीपीआई के बीच और लेजर माउस आमतौर पर 2000 डीपीआई से ज्यादा ट्रैक कर सकता है। ऑप्टिकल माउस रोजमर्रा की जरूरत में और लेजर माउस गेमर्स और ग्राफिक डिजाईन करने वालों के लिए बेहतर है।

4. बटन - कुछ माउस में मिडल स्क्रोल व्हील के अलावा और भी बटन होते हैं जो साइड में लगे होते हैं, ये किसी विशेष फंक्शन के लिए काम आते हैं। ये उन यूजर्स के लिए कभी सहायक है जिन्हें एक ही तरह के प्रोग्राम पर लगातार काम करना हो।

स्पेशल बटन माउस का एक उदाहरण 

उपरोक्त चारों बातें ध्यान में रखकर माउस खरीदेंगे तो आपको कभी भी परेशानी महसूस नहीं होगी। आज बस इतना ही।
अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और फेसबुक पर ताजा अपडेट पाने के लिए ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज लाइक करें, धन्यवाद।

20 सितंबर 2018

पीडीएफ फाइल्स कम्बाइन करें इन आसान तरीकों से


नमस्कार दोस्तों, आपका स्वागत अपना अंतर्जाल पे।


दोस्तों आजकल पीडीएफ फ़ाइल का इस्तेमाल कुछ ज्यादा ही होता है जैसे किसी कम्पनी को डिजिटल रिज्यूमे भेजना हो या कोई ऑफिसियल डाक्यूमेंट्स भेजने हो या फिर डिजिटल बुक्स हो, पीडीएफ को इन सभी काम में ऑनलाइन इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए इसे फ़ाइल फोर्मेट में कन्वर्ट करके, मल्टी पीडीएफ फ़ाइल को सिंगल डाक्यूमेंट्स में बनाने के लिए वैसे तो प्रोफेशनल स्किल होना जरूरी है, लेकिन अगर आप भी पीडीएफ फाइल्स को खुद मल्टी से सिंगल फ़ाइल् में कम्बाइन करना चाहते हैं तो आप विंडोज और वेब टूल्स की मदद से ये कर सकते हैं।

विंडोज से कम्बाइन ऐसे करें

Acrobat Dc Pro
विंडोज के लिए आपको एडोब एक्रोबेट डीसी का प्रीमियर वर्जन सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करना होगा, जो दुनिया का सबसे अच्छा पीडीएफ एडिटर है। अब आप सोचेंगे प्रीमियर वर्जन है तो खरीदना पड़ेगा, लेकिन नहीं आपको इसे खरीदने की जरूरत नहीं, इसका ट्रायल बिलकुल फ्री है, लेकिन सिर्फ 7 दिनों के लिए। इसका इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले आप इसे डाउनलोड और इनस्टॉल करें, डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें। इनस्टॉल होने के बाद इसे ऑपन करें और सबसे बाएं उपर कोने पर स्थित टूल टेब्स पर और फिर कम्बाइन फाइल्स बटन को क्लिक करें। अब एड फ़ाइल बटन को क्लिक करके कम्बाइन किये जाने वाली सभी पीडीएफ फाइल्स को सिलेक्ट करें और कम्बाइन बटन पर क्लिक कर दें। इस तरह आपकी कई पीडीएफ फ़ाइल एक सिंगल पीडीएफ में बदल जाएगी।

ऑनलाइन कम्बाइन का तरीका

PDF Merge

पीडीएफ मर्ज : पीडीएफ मर्ज साईट पर एक सिम्पल विंडो मिलेगी जिसमें कई पीडीएफ फाइल्स को ड्रेग और ड्राप के लिए आप्शन दिया गया है, इस साईट पर एक बार में आप 4 फाइल्स को मर्ज कर सकते हैं। इसे पीसी पे भी इनस्टॉल कर सकते हैं, साईट पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करें।


PDF Joiner

पीडीएफ जॉइनर : इस साईट पर आप सभी फ़ाइल फोर्मेट को कन्वर्ट कर सकते हैं, लेकिन एक बार में मात्र 20 फाइल्स पे ही काम कर सकते हैं। इस साईट पे कम्बाइन करने के अलावा कम्बाइंड डाक्यूमेंट्स को टेक्स्ट या जेपीजी में बदल सकते हैं। इस साईट पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें।

आशा करता हूँ आज का आलेख आपके लिए बहुत ही सहायक होगा।

अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और फेसबुक पर ताजा अपडेट पाने के लिए ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज  लाइक करें, धन्यवाद।

18 सितंबर 2018

ऐसे सुधारें एंड्राइड स्मार्टफोन की परफोर्मेंस


नमस्कार दोस्तों! आज के समय अधिकतर लोगों के पास एंड्राइड स्मार्टफोन है,और क्यों ना हो बहुत सारी सुविधा जो मिलती है। लेकिन सुविधा के साथ-साथ समस्या भी आती है, कोई भी एंड्राइड स्मार्टफोन 6 से 12 महीने इस्तेमाल होने के बाद हेंग होने लगता है। ये समस्या आप को भी आई होगी की कोई एप खोल रहें है और उसी समय आपका स्मार्टफोन हेंग हो जाता है, उस समय वाकई गुस्सा भी बहुत आता है। आपको लगने लगता है आपका स्मार्टफोन बेकार हो गया और नया लेना पड़ेगा। लेकिन जरा ठहरें नए स्मार्टफोन के हजारों रूपये लगाने से पहले अपने स्मार्टफोन की परफोर्मेंस सुधारें।

एंड्राइड स्मार्टफोन की परफोर्मेंस सुधारने के उपाय।


1. विजेट्स को हटायें - आपके स्मार्टफोन की होम स्क्रीन पे लगे हुए फालतू के विजेट्स हटा दें, क्योंकि ये बैकग्राउंड में एप्स को ऑपन रखते हैं और सिस्टम रिसोर्स पर कब्जा भी कर लेते है। यदि आपके स्मार्टफोन की होम स्क्रीन पर बहुत सारे विजेट्स है तो आप उनको हटा के परफोर्मेंस में सुधार ला सकते हैं।

2. एप अनइनस्टॉल/डिसेबल करना - जितने भी एप्स आप इनस्टॉल करोगे, बैकग्राउंड में उतने ही प्रोसेस रन होने लगते है, जिससे सीपीयू पर लोड आ जाता है। इसकी वजह से फोन स्लो होने लगता है, कई बार इसी कारण से फोन गर्म भी होने लगता है। इसके कर्ण बैटरी की उम्र भी घटती है। इसलिए आप नियमित इस्तेमाल होने वाली एप्स ही इंस्टाल रखें बाकि को अनइनस्टॉल कर दें, चाहे वो एप फेसबुक या वाट्सएप ही क्यों ना हो। और दुसरी बात आपके फोन में कुछ ऐसी प्रीइनस्टॉल एप्स भी होती है जिसका इस्तेमाल हम कभी नहीं करते तो ऐसी एप्स को सेटिंग में जाके डिसेबल कर दें।

3. स्टोरेज स्पेस को खाली करें - कुछ एंड्राइड एप्स स्पीड के लिए डेटा कैश पे निर्भर होती है, लेकिन फोन में स्पेस कम होने की वजह से स्पीड में कमी आ जाती है,फोन की स्टोरेज फ्री रख कर फोन की परफोर्मेस सुधार सकते हैं। अगर आप स्टोरेज को फ्री करने के लिए एप हटाना नहीं चाहते और फोटो विडिओ को क्लाउड स्टोरेज पे अपलोड नहीं करना चाहते तो डेटा कैश को क्लियर करके फोन की स्पीड बढ़ा सकते हैं। इसके लिए फोन की सेटिंग में स्टोरेज सेक्शन में जाकर डेटा टेप करके क्लियर या ओके पर क्लीक करें। इससे हर एप का सेव डाटा हट जायेगा और फोन का कुछ सुधार होगा। अगर आप मैनुअली ये सब नही करना चाहते तो क्लीन मास्टर एप इस्तेमाल करें वो आपके फोन के फालतू का टेम्परेरी डाटा अपने आप साफ़ कर देगी, और स्पीड भी बढ़ा देगी।

4. हमेशां फ़ास्ट मेमोरी कार्ड इस्तेमाल करें - माइक्रो एसडी कार्ड पर एप्स हमेशां स्लो ही चलेगी, जिससे आपका फोन का स्लो होना स्वभाविक है। लेकिन कुछ एप्स कभी-कभी फोन के तेज इंटरनल स्टोरेज की बजाय माइक्रो एसडी कार्ड पर ही अपना डेटा सेव करती है। इसलिए अपने स्मार्टफोन की परफोर्मेंस को बढ़ाने के लिए फ़ास्ट मेमोरी कार्ड ही इस्तेमाल करना चाहिए जैसे युएचएस स्पीड क्लास 3 (u-3) का कार्ड इस्तेमाल करें। इस कार्ड की स्पीड रेंक आप अंतर्जाल पे तलाश कर सकते हैं।

इन सभी उपायों से ज्यादा तो नही लेकिन आपके एंड्राइड स्मार्टफोन की क्षमता 70% बढ़ जाएगी।

अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और फेसबुक पर ताजा अपडेट पाने के लिए ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज  लाइक करें, धन्यवाद।

03 मार्च 2014

क्या आप ताजा जानकारी के लिए गूगल सर्च करते हैं?

क्या आप ताजा जानकारी के लिए गूगल सर्च करते हैं।




नमस्कार मित्रों, जैसा की आप सब जानते हैं कि ज्यादातर सर्च इंजन पर कुछ दिनों या कुछ घंटों पहले तक कि ही जानकारी होती है, ओर आप ऐसी जानकारी के लिए गूगल कि मदद लेते हैं लेकिन गूगल ही सब कुछ नहीं है ,  कुछ वेबसाइटस् हैं, जो रियल टाइम सर्च में मदद करती है, जिनके बारे में मैं बताने जा रहा हूँ।

गर आप दुनियाभर की खबरों,वीडियो ओर इमेज को सर्च करना चाहते हैं, तो टॉप्सी आपकी मदद कर सकता है। इसमें सर्च रिजल्ट्स को पिछले एक घंटे या एक दिन जैसी केटेगरी में बांटा गया है। यह 10 भाषाओँ में उपलब्ध है। खास बात ये है कि ये गूगल प्लस के ताजा अपडेट्स को भी शामिल करता है। इसके अलावा ट्विटर पर कि गयी ट्वीट्स को भी आप इस पर आसानी से सर्च कर सकते हैं।

न.2 rediff.com
गर आप देश दुनिया कि इस वक्त घटित हो रही घटनाओं को सर्च करना चाहते हैं, तो आप रेडिफ रियल टाइम न्यूज सर्च इंजिन का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपको सर्च के लिए कीवर्ड्स का भी सुझाव देता है। इसके अलावा इसमें जैसे ही आप टाइप करने जाते हैं, वैसे ही न्यूज की खोज शुरू हो जाती है।

बिंग ने ट्विटर के साथ समझोता किया है। इसके कारण इसकी सोशल सर्च काफी मजबूत है। अगर आप कोई कीवर्ड टाइप करते हैं, तो तुरंत ताजा ट्विटर अपडेट्स नजर आने लगती है। इसमें आप खास मुददों को अलग से हाईलाईट कर सकते हैं। आप चांहे तो सर्च को घंटों के हिसाब से भी बाँट सकते हैं। आप बिंग ट्वीट्स मैप्स कि मदद से दुनियां के अलग-अलग इलाकों से हुए ट्वीट्स के विषय में जान सकते हैं।

किसी खबर के घटित होते ही आप तुरंत जानना चाहते हैं, तो आप ट्वाजअप पर जा सकते हैं। यह रियल टाइम न्यूज कि टैगलाइन के साथ सर्च कि सुविधा देता है। अगर आप इसमें कोई शब्द टाइप करते हैं, तो  उससे जुडी ट्वीट्स, न्यूज ओर लिंक आपके सामने कुछ ही पलों में आ जाते हैं।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी कमेन्ट के माध्यम से जरुर बताएं।

अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और फेसबुक पर ताजा अपडेट पाने के लिए ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज  लाइक करें.. धन्यवाद।

26 फ़रवरी 2014

ट्विटर या फेसबुक पर कीजिये फ्यूचर मैसेज शेड्यूल।

Schedule-facebook-twitter
Schedule-facebook-twitter


नमस्कार मित्रों, आजकल फेसबुक या ट्विटर को रेगुलर अपडेट करना यूथ वर्ग की दिनचर्या का अहम हिस्सा बन गया है। ऐसे में यदि इंटरनेट से दूर रहना पड़े, तो उन्हें बड़ी मुश्किल होती है। ऐसी समस्या का समाधान कुछ वेबसाइट के पास है। इन वेबसाइट के जरिये अपने फेसबुक या ट्विटर अपडेट्स को आसानी से शेड्यूल किया जा सकता है। नीचे ऐसी ही कुछ वेबसाइट की जानकारी दी जा रही है, जिनके जरिये आप फेसबुक या ट्विटर अपडेट्स को शेड्यूल किया जा सकता है।

ऐसे करें अपडेट्स को शेड्यूल।

इसके लिए सबसे पहले आपको इनमे से किसी एक वेबसाइट पर जाना होगा-:

laterbro.com
tweetdeck.com
socialtomorrow.com


इसके बाद आपको इन वेबसाइट पर अपने फेसबुक या ट्विटर अकाउंट पर लोगिन करना होगा। एक बार अगर आप इन वेबसाइट को अकाउंट एक्सेस करने की परमिशन दे देंगे, तो उसके बाद ये आपकी अपडेट्स को मनचाही तारीख और समय पर भेजने को तेयार होंगी। अपडेट को टाइप करने के बाद आपको केवल यह जानकारी देनी होती है कि इसे कब भेजना है। बाकी काम ये साईट खुद कर देगी। आपको ये पोस्ट कैसी लगी कमेन्ट के माध्यम से जरुर बताएं।

अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और फेसबुक पर ताजा अपडेट पाने के लिए ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज लाइक करें.. धन्यवाद।

30 सितंबर 2013

पावर कैम एप - फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए

 
power cam


आज अमूमन हर व्यक्ति के पास स्मार्टफोन है और फोटोग्राफी का शौक भी लगभग हर व्यक्ति को है, लेकिन यदि आप चाहते है की आपकी फोटो कुछ अलग तरीके से ली जाये या कुछ इफेक्ट्स डालें जाएँ तो हर स्मार्टफोन यूजर को 'पावरकैम' एप का इस्तेमाल करना चाहिए। यह आईओएस (ios) और एंड्रॉयड के लिए बिलकुल मुफ्त है। इस एप में 60 आकर्षक इफेक्ट्स है। इन इफेक्ट्स की मदद से आप आसानी से फोटो को शानदार बना सकते हैं। यह फोटो क्लिक करने से इफेक्ट का लाइव प्रिव्यू दिखाता है। इस एप की मदद से आप फोटो को मल्टीपल सोशल नेटवर्क पर शेयर भी कर सकते हैं।
 

आईओएस के लिए एप यहाँ से डाउनलोड करें। और

एंड्रॉयड के लिए एप यहाँ से डाउनलोड करें या फिर अपने मोब में दिए प्ले स्टोर में पावर कैम एप को सर्च कर डाउनलोड करें।


आज बस इतना ही धन्यवाद, मिलते है अगली बार कुछ खास पोस्ट के साथ।

अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज लाइक करें.. धन्यवाद..

28 सितंबर 2013

क्या आप अपना ईमेल ट्रैक करना चाहते हैं ?

क्या आप अपना ईमेल ट्रैक करना चाहते हैं



मित्रों यदि आप ये जानना चाहते है की आपका भेजा हुआ ईमेल खोला गया या नहीं  या फिर कब खोला गया तो इसके लिए मैं आपको दो तरीके बताता हूँ।

एम्बेडेड ए कोड

अगर आप पता करना चाहते हैं की आपका ई मेल खोला गया या नहीं, तो आप ऐसी सर्विस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें आपको मेल भेजने से पहले एक कोड जोड़ना होगा। इसके लिए आपको www.spypig.com पर जाना होगा। इसमें एक ट्रेकिंग इमेज जनरेट होगी। आपको सिर्फ जनरेट इमेज कोपी करके इसे मैसेज बोडी में पेस्ट करना होगा। जब आपका मेल सामने वाला  खोलेगा तो आपको नोटिफिकेशन मेल मिलेगा। www.whoreadme.com और www.getnotify.com भी यही काम करती है ।


एड-ऑन का इस्तेमाल


फ़ायरफ़ॉक्स और गूगल क्रोम यूजर्स एक एड ऑन इंस्टाल कर सकते हैं, जो जीमेल के साथ इन्टीग्रेट होकर ट्रैकिंग कर सकता है। इसके लिए www.bana-natag.com और  www.rightinbox.com की मदद ले सकते हैं। दोनों वेबसाइट यह पता कर सकती है की आपके द्वारा भेजा गया मेल कब खोला गया और कितनी बार एम्बेडेड लिंक पर क्लिक किया गया। दोनों सर्विसेज में एक मुफ्त प्लान है। बनानाटैग में 5 मेल्स/प्रतिदिन और राइटइनबॉक्स के लिए 10 मेल्स/प्रतिमाह मुफ्त है।

आज बस इतना ही फिर मिलते है कुछ अलग सी पोस्ट लेकर, धन्यवाद।



अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज भी लाइक करें.. धन्यवाद..

21 अगस्त 2013

क्या आपको फिल्म मेकिंग का शौक है?

 
शॉटक्लिप
शॉटक्लिप


नमस्कार मित्रों, क्या आपको फिल्म मेकिंग की कला सिखने का शौक है? भले हि आप प्रोफेशनल फिल्ममेकर नहीं बन पाएं, लेकिन आप फिल्ममेकिंग का शौक जरुर पूरा कर सकते हैं। इन्टरनेट पर कुछ ऐसी वेबसाइट्स मौजूद है जो आपके फिल्ममेकिंग और एडिटिंग के आसान तरीके सिखाती है। यहाँ आपको किसी तकनीकी दक्षता की जरुरत नहीं। इस वेबसाइट पर दी गयी आसान सी स्टेप्स को पूरा कीजिये और आपकी होम फिल्म तेयार हो जाती है। सबसे अच्छी बात यह है की इसके लिए न तों आपको महँगा कैमरा खरीदने की जरुरत और ना हि कोई भारी-भरकम फीस वाला एडिटिंग सॉफ्टवेयर। आप अपने हेंडीकैम या फिर अपने स्मार्टफोन से भी होम फिल्म शूट कर सकते है। 'शॉटक्लिप' भी इसी तरह की वेबसाइट है, जो आपको होम फिल्म तेयार करने की सुविधा देती है।

बनाए सिर्फ तीन स्टेप में होम फिल्म।

होम फिल्म बनाने के लिए आपको सबसे पहले 'शॉटक्लिप' वेबसाइट पर जाना होगा, आप यहाँ क्लीक करके वेबसाइट पर जा सकते है। इस वेबसाइट पर आपको अकाउंट बनाना होगा और फिर लोगिन करें, इसके बाद आपको यह प्री-डिफाइन या ब्लेंक टेम्पलेट उपलब्ध करता है। आप यहाँ डी गई रिक्वायरमेंट के अनुसार अपनी फिल्म के शोट्स को शूट कीजिये और उन्हें यहीं दिए गए विकल्पों से आसानी से एडिट भी कर लीजिए। इस वेबसाइट पर फ्री अकाउंट के तहत आपको 5 गीगाबाइट (जीबी) की स्टोरेज कैपिसिटी मिलती है और आप 15 मिनट का वीडियो एक्सपोर्ट कर सकते है। जैसे हि आपकी फिल्म तेयार हो जाती है, इसे आप अपनी मनचाही सोशल वेबसाईट पर शेयर कर सकते हैं।       


अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज भी लाइक करें.. धन्यवाद..

16 जुलाई 2013

बिना पासवर्ड का ई-मेल आई डी

 
मेलिनेटर
मेलिनेटर

क्या आप अपने ई-मेल इनबॉक्स में स्पैम मेल्स की भरमार से परेशान हैं। ऐसा अक्सर इसलिए होता है, क्योंकि इन्टरनेट पर जब भी कोई वेबसाईट आपसे साइन-अप करवाने के लिए आपका ई-मेल पता मांगती है, तो आप उसे अपना पर्सनल ई-मेल पता दे देते हैं। इसके बाद ई-मेल इनबॉक्स में स्पैम की बाढ़ शुरू हो जाती है। इससे बचने का आसान तरीका यही है की पर्सनल ई-मेल पते को आप दुसरी वेबसाइट्स के साथ शेयर ना करें। कई यूटिलिटी वेबसाइट्स पर आपसे साइन अप करवाया जाता है, ऐसे में वेरीफिकेशन के लिए ई-मेल पता भी माँगा जाता है। फोरम्स में भी ई-मेल पते के साथ रजिस्ट्रेशन जरूरी होता है, सवाल ये है की ऐसी जगहों पर कौन सा ई-मेल पता शेयर किया जाए? इस परेशानी का हल आपको "मेलिनेटर" वेबसाईट पर मिलेगा। ये आपको खास सुविधा देती है। आप इस साईट पर विजित और साइन अप किये बगैर ही पना ई-मेल पता हासिल कर सकते हैं।

इसके लिए आप किसी भी वेब या फोरम पर अपनी पसंद के नाम के साथ (एट मेलिनेटर डॉट कॉम) ई-मेल पता शेयर कीजिये।
जैसे - facebook@mailinator.com या yourname@mailinator.com 


यह जरूरी नहीं है की इस पते का आपने पहले से ही रजिस्ट्रेशन कराया हो या फिर यह ई-मेल पता किसी और ने ना ले लिया हो। आप मनचाहे पते का इस्तेमाल कर सकते हैं, जब आप इन्बोक्स खोलना चाहें तो नीचे दिए गए लिंक पर जाएँ - http://mailinator.com  

यहाँ यूजरनेम भरते ही आपका इनबॉक्स खुल जायेगा, और किसी पासवर्ड की जरुरत नहीं, इस पते पर प्रायवेसी नहीं है, इसलिए आप व्यक्तिगत मेल इस पते पर ना भेजे।
 



अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज भी लाइक करें.. धन्यवाद..

30 मई 2013

अपने इन्टरनेट की गति बढ़ाएं DNS cache को हटाकर

flushdns
flushdns

DNS cache को ऑपरेटिंग सिस्टम स्वतः ही स्टोर करता रहता है वो इसलिए की पहले जो साइट्स आपने अपने कंप्यूटर पर खोली है, दुबारा खोलने पर वो जल्दी खुल जाएँ। हांलाकि ये बहुत उपयोगी है पर इसके कुछ नुकसान भी हैं जैसे कि इसकी वजह से किसी वेबसाइट का पुराना वर्जन खुलना, ब्राउजिंग की गति कम होना आदि। इसलिए समय-समय पर इसे हटाना बहुत जरुरी है। इसे आप तब भी प्रयोग कर सकते हैं जब आपके इन्टरनेट कि स्पीड कम होने लगे।

DNS cache को कैसे हटाये?

इसको हटाने का साधारण सा तरीका है -->
अपने कीबोर्ड से विंडो Key+R दबाएँ,
अब रन बॉक्स खुलेगा इसमें टाइप करें CMD और ओके करें,
अब कमांड प्रोम्प्ट खुलेगा, इसमें टाइप करें ipconfig /flushdns  और इंटर Key प्रेस कर दें,
कुछ हि समय में DNS cache हट जायेगा ..

अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज भी लाइक करें.. धन्यवाद..

27 मई 2013

फेसबुक को चुनोती देती वर्ल्डफ्लोट।


 
worldfloat
worldfloat

मित्रों आप केवल नेटवर्किंग वेबसाइट के तौर पर फेसबुक का इस्तेमाल जरुर करते होंगे। अब फेसबुक और ट्विटर को एक नई सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट टक्कर दे रही है, वेबसाइट का नाम है वर्डफ्लोट
 

इस वेबसाइट पर आपको फेसबुक और ट्विटर से अलग कई नयी चीजें नजर आएंगी। खास बात है की ये वेबसाइट भारत में हि तेयार हुयी है। अभी इसके यूजर्स की संख्या करीब 60 लाख के करीब है। इस वेबसाइट पर आपको गेम्स, हेल्थ और ट्रेवल जैसे कई ऑप्सन देखने को मिलेंगे, इस वेबसाइट पर आप फेसबुक से लोगिन भी कर सकते हैं...

जहाँ एक तरफ दुनिया में फेसबुक के प्रति लोगों की दीवानगी कम हो रही है और दुसरी तरफ वर्ल्डफ्लोट तरक्की कर रही है।
अब इतनी खूबियां बताई है है तो जाहिर है आप भी यहाँ जाना चाहोगे, तो वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करें।



अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज भी लाइक करें.. धन्यवाद..

09 मार्च 2013

ऐसे ओर्गेनाइज़ होगा आपका ई-मेल इनबॉक्स

otherinbox
otherinbox
जीमेल और कुछ दुसरी मेल सेवाएं आपको 'प्रायरिटी इनबॉक्स' की सुविधा तो देती है, लेकिन इनके लिए सेट्टिंग को समझ पाना आप यूजर के लिए थोडा मुश्किल है। यही वजह है की ज्यादातर यूजर्स अपने इनबॉक्स की मेल्स को सोर्ट करने के लिए इस सुविधा का इस्तेमाल नहीं करते।

इन्टरनेट पर ऐसी कई साइट्स भी मौजूद है, जो आपके  लिए ई-मेल को सोर्ट करने और उन्हें श्रेणी के हिसाब से अलग-अलग फोल्डर में सेव करने का काम आसानी से करती है। ऐसी साइट्स एक बार मेल अकाउंट का एक्सेस लेने के बाद उन्हें श्रेणीबद्ध रूप में बाँट देती है, 'अदरइनबॉक्स' वेबसाइट भी ओर्गेनाइज़र टूल की मदद से इनबॉक्स को ओर्गेनाइज़ कर देती है।


आपको देना होगा ई-मेल का एक्सेस

यह सुविधा एओएल, जीमेल, याहू और आइक्लाउड जैसे अकाउंट के लिए उपलब्ध है। इसके लिए सबसे पहले आपको निम्न वेब पते पर जाना होगा -:
http://otherinbox.com/organizer/
इसके बाद आप उस मेल विकल्प को चुनिए जिसे आप ओर्गेनाइज़ करना चाहते हैं, ई-मेल लोगिन करने के बाद या आपके इनबॉक्स की मेल्स को अलग-अलग डिफाल्ट फ़ोल्डर्स में सेव करना शुरू करता है। वेबसाइट न्यूज़लेटर भी भेजती है, ताकि पता चल सके की इसने आपकी मेल किस तरह सोर्ट की है।

 अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज भी लाइक करें.. धन्यवाद..

05 जनवरी 2013

कीजिये अपने कंप्यूटर BIOS को पासवर्ड प्रोटेक्ट




१. यदि अपने अपना कंप्यूटर स्टार्ट किया हुआ है तो, सबसे अपने कंप्यूटर को reboot कीजिये. जैसे ही आपका स्क्रीन ऑन हो DEL की प्रेस कीजिये..
२. आपका कंप्यूटर, BIOS सेटअप में प्रवेश कर जायेगा. पेज के ऊपर में 6 आप्शन होंगे उसमे एक होगा - SECURITY
३. आप उस SECURITY आप्शन को सेलेक्ट कर लीजिये,  अब आपका पेज एक इमेज की तरह आएगा. जहा दो आप्शन होंगे..
४. अब यूजर पासवर्ड (USER PASSWORD) को सेलेक्ट कर लीजिये. अब एक पासवर्ड बनाइये जो exact "8" डिजिट का होना चाहिए, ज्यादातर BIOS पासवर्ड 8 डिजिट के ही होते है, ये पासवर्ड आपको किसी हाल में भूलना नहीं चाहिए..
५. अब वो पासवर्ड यहाँ इंटर कीजिये. सिस्टम फिर आपसे कन्फर्म पासवर्ड बोलेगा..
६. अब आप F10 की दबा कर सेव और एक्सिट कर जाइये. और सिस्टम को रिबूट होने दीजिये..
७. इस तरह हो गया आपका BIOS पासवर्ड प्रोटेक्टेड.

नोट: १. यदि आप अपना BIOS पासवर्ड भूल जाते है तो अपना motherboard manual पढ़िए, या फिर BIOS manufacturer के वेबसाइट पर जाइये...
२. अधिकतर BIOS में इंटर करने के लिए DEL की प्रेस करते है, लेकिन आजकल के system के BIOS में जाने के लिए F2 या F10 प्रेस करते है..
   पता करने के लिए "motherboard manual " पढ़िए...

अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आ रहा है तो अभी इसके सदस्य बने और ब्लॉग का फेसबुक फेन पेज लाइक भी करें.. धन्यवाद..
loading...